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भारत में दो प्रकार के संग्रहालय हैं। पहली श्रेणी में भारत की कला परम्परा को उजागर करते कला और पुरातात्विक संग्रहालय। वे समकालीन भारत में सांस्कृतिक जीवन की बहुलताओं के बारे में और भारत में सभ्यता के उद्विकास की कहानी नही बताते। दूसरी श्रेणी में वे संग्रहालय आते हैं जिनका सम्बंध प्राकृतिक इतिहास, विज्ञान और प्रोद्योगिकी से है और सम्बंधित विषयों के मूल सिद्धांतों को प्रादर्शो के माध्यम से समझाते हैं, लेकिन उस मानव के विषय में जिसने सभ्यता का निर्माण और विकास किया है बहुत कम बताते हैं। इंडियन म्यूजि़यम कोलकाता, गवर्मेन्ट म्यूजि़यम मद्रास इत्यादि भारत में कुछ वृह्द स्तर पर स्थापित संग्रहालयों में मानवशास्त्र एक खंड है परन्तु प्रादर्श  प्रायः विलक्षण या कलात्मक महत्व के हैं और बड़े सीमित दायरे में हैं। इस प्रकार इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय की कल्पना स्थान और काल में मानव की गाथा, भारतीय संस्कृति के निर्माण में निहित सम्पन्नता और विविधता पर विषेष बल के साथ प्रस्तुतिकरण हेतु समर्पित एक संस्थान के रूप में की गयी है।

Updated date: 13-04-2016 02:38:53