विभिन्न देशज प्रादर्शो के साथ ही इं.गा.रा.मा.सं. ने भारत के लोक एवं जनजातिय समाजो में उपयोग होने वाले यात्रा एवं परिवहन साधनों का संकलन किया हैं | यदपि आधुनिक परिवहन पद्दति के कारण पारंपरिक परिवहन के साधन विलुप्ति के कगार पर हैं परन्तु ग्रामीण क्षेत्रो में आज भी इनका उपयोग होता हैं उदाहरण के लिए बैलगाड़ी जिसका स्थान आज ट्रेक्टर जैसे ऑटोमोबाइल वाहनों ने ले लिया हैं | यात्रा एवं परिवहन के ये साधन धीरे धीरे विलुप्त हो रहे हैं एवं प्रतीत होता हैं की ऐसे प्रादर्शो को केवल संग्रहालय में ही देखा जा सकता हैं |
इं.गा.रा.मा.सं. ने ऐसे प्रादर्शो का संग्रह कर उन्हें संरक्षित करने का प्रयास किया हैं | संग्राहलय द्वारा ऐसे पारंपरिक यात्रा परिवहन उपकरणों का संग्रह देश के विभिन्न भागो से किया गया हैं जिनमे बैलगाड़ी, नाव, तैराकी उपकरण, पालकी आदि शामिल हैं|
