“सिंहस्थ महाकुम्भ” प्रदर्शनी उद्घाटित
इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल द्वारा वर्ष 2016 में किये गए छाया प्रलेखन पर केंद्रित एक छायाचित्र प्रदर्शनी ‘सिंहस्थ महाकुम्भ- भारतीय संस्कृति का सार’ का उद्घाटन सुश्री दीपिका पोखरना, आई.टी.एस. (निदेशक, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा किया गया। यह प्रदर्शनी मनुष्य, आत्मा एवं प्रकृति के मिलन के रूप में प्रतीत होता सिंहस्थ महाकुम्भ में तीर्थयात्रियों के अद्भुत संगम में एक डुबकी का आनंद प्रदान करने का प्रयास करती है। मानव आध्यात्मिकता एवं सिंहस्थ महाकुम्भ का मिलन सामंजस्यपूर्ण सामाजिक परस्परता जो कि मानव भावनाओं की देन है, की उपयुक्तता सिद्ध करता एक प्रादर्श प्रतीत होता है।
महाकुम्भ से आशय केवल आध्यात्मिक क्रिया कलापों से ही नहीं है अपितु यह सामाजिक व्यवहारों, मानव आवश्यकताओ, मूल्यों, संस्कृतियों एवं सामाजिक आर्थिक पहलुओं के विनिमय के स्थान होने की भूमिका भी निभाता है। इस प्रदर्शनी में पावन उज्जैन शहर को सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों की असीमित प्रस्तुतियां जो म.प्र. के उज्जैन शहर में एक माह तक चलने वाले इस विशाल उत्सव का सार और वाग्मिता का रसास्वादन कराती है, को संजोये मानव महामुम्भ के एक अस्थाई सांस्कृतिक परिसर में अद्भुत रूपांतरण को दर्शाने का प्रयास किया गया है। इस अवसर पर संग्रहालय के निदेशक, प्रो. सरित कुमार चौधुरी, श्री दिलीप सिंह, आई.टी.एस. (संयुक्त निदेशक, मानव संग्रहालय) तथा बड़ी संख्या में संग्रहालय कर्मी एवं दर्शक उपस्थित थे।