जनजातीय उपचारकों की राष्ट्रीय कार्यशाला
इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के मुक्ताकाश स्थल ‘मंडपम’ में दिनांक 19 से 23 फरवरी 2019 तक जनजातीय उपचारको की राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रदर्शन आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, झारखंड, मध्य प्रदेश, तमिलनाडू, मणिपुर, असम, जम्मू और कश्मीरआदि राज्यों के जनजातीय उपचारक, एवं जनजातीय अनुसंधान संस्थानों से प्रतिनिधि भाग ले रहे है।
इस कार्यशाला के आयोजन का उद्देश्य बौद्धिक सम्पत्ति अधिकारों के संरक्षण की दिशा में, जनजातीय उपचारकों में व्यावसायिक, जागरूकता के साथ आत्मविश्वास में वृद्धि करना एवं जन सामान्य में औषधीय पौधों से उपचार कराने के प्रति जागरूकता विकसित करना, मौखिक परंपराओं का प्रलेखन करना, जनजातीय उपचारकों और शोध कर्ताओं के मध्य संवाद हेतु मंच प्रदान कर, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर ‘‘जनजातीय औषधि की देशज ज्ञान परंपरा के संरक्षण” हेतु उपायों पर चर्चा करना भी है। इस अवसर पर औषधीय पौधों की एक प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी। सभी जनजातीय वैद्यों से शहर के आमजन अपने पुराने व जटिल रोगों का इलाज जड़ी बूटियों से निर्मित दवाओं से करवा सकेगें, साथ ही केरल की पारम्परिक मसाज एवं भाप स्नान (Steam bath) की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यह कार्यशाला प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से सांय 8 बजे तक आयोजित की जाएगी।
