43वाँ स्थापना दिवस

43वाँ स्थापना दिवस

असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम इन्हीं आठ राज्यों से बना समूह पूर्वोत्तर कहलाता है। यह क्षेत्र भौगोलिक, पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। संस्कृति, भाषा, परंपरा, रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज, पर्व-त्योहार, वेश-भूषा आदि की दृष्टि से यह क्षेत्र इतना वैविध्यपूर्ण है कि इस क्षेत्र को भारत की सांस्कृतिक प्रयोगशाला कहना अतिशयोक्तिपूर्ण नहीं होगा। जहां पूर्वोत्तर में निवासरत की लगभग सम्पूर्ण जनसंख्या आदिवासी है। वहीं पर्वतमालाएं, सदाबहार वन एवं सदानीरा नदियां इस क्षेत्र के नैसर्गिक सौन्दर्य में चार चाँद लगा देती हैं। जैव विविधता, सांस्कृतिक कौमार्य, सामुहिकता बोध, प्रकृति प्रेम, अपनी परंपरा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता आदि इस क्षेत्र की अप्रतिम विशेषताएँ हैं। खान-पान की  दृष्टि से यह क्षेत्र विशिष्ट है।

इन्हीं बाते को ध्यान में रखते हुए इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय द्वारा दिनांक 08 से 10 मार्च, 2018 के मध्य आयोजित अपने 43वाँ स्थापना दिवस में पूर्वोत्तर राज्यों को थीम के रूप में चयनित किया हैं। इस तीन दिवसीय उत्सव में पूर्वोत्तर भारत की हथ-करघा वस्त्र परम्पराओ पर केन्द्रित प्रदर्शनी का उदघाटन, केरल के 1001 पारंपरिक द्वीप आलविलक्कु का प्रज्जवलन, कलाकारों, रिर्सोसपर्षन तथा सेवानिवृत्त संग्रहालय कर्मियों का सम्मान, क्षेत्रीय संस्कृतियों का समारोह के अंतर्गत उत्तर पूर्वी राज्यों के संस्कृतियों पर आधारित प्रख्यात बैंड तथा लोक एवं जनजातीय नृत्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, 15वाँ वार्षिक इं.गां.रा.मा.सं. व्याख्यान, उत्तर-पूर्व राज्यों पर आधारित कला एवं शिल्प का प्रदर्शन-सह-विक्रय, पारंपरिक व्यंजन, तथा संगोष्टी का आयोजन भी किया जाएगा।  

Updated date: 03-03-2019 10:38:04